यदि आप एक किसान हैं और आपको अचानक से पैसों की जरूरत आन पड़े जैसे खाद, बीज, या कृषि यंत्र खरीदने के लिए तो आपको अब किसी के आगे हाथ फैलाने की जरूरत नहीं पड़ेगी क्योंकि सरकार और बैंक मिलकर किसान को एक स्पेशल कार्ड बना कर देती है, जिससे किसान को बहुत ही कम ब्याज दर पर आसानी से लोन मिल जाती है।
लेकिन बहुत सारे किसान भाई ऐसे हैं जिनको इसके बारे में पता नहीं है और अगर पता भी है तो आवेदन प्रक्रिया न जानने की वजह से वह इस सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हैं। आज हम आपको एकदम आसान भाषा में बताएंगे कि कैस आप इसका लाभ ले सकते हैं।
आइए जानते है नया किसान क्रेडिट कार्ड 2025 कैसे बनवाएं, कौन पात्र है, कौन-कौन से दस्तावेज लगेंगे, ब्याज दर और सब्सिडी कितनी मिलेगी।
क्या होता है किसान क्रेडिट कार्ड (KCC)?
किसान क्रेडिट कार्ड को सामान्यतः लोग केसीसी के नाम से भी जानते हैं, ये स्कीम मुख्यतः किसानों को खेती के लिए कम ब्याज दर पर लोन उपलब्ध कराती है।
ये सामान्य एटीम/डेबिट कार्ड की तरह होता है, इससे किसान अपने के कृषि कार्य में इस्तेमाल कर सकता है जैसे-
- बीज, खाद या दवा की खरीदी करने के लिए।
- कृषि यंत्रों की खरीदी या भाड़े पर लेने में ।
- सिंचाई या टपक सिंचाई में
- डेयरी, मछली पालन या बागवानी में
सबसे अच्छी बात तो यह है कि इसमें ब्याज दर नॉर्मल लोन के मुकाबले बहुत ही कम देना पड़ता है।
KCC क्यों जरूरी है?
अक्सर देखा जाता है कि गांव देहात में छोटे स्तर पर खेती करने वाले किसान होते हैं जिनको अक्सर नकद पैसों की कमी रहती है। साहूकार से कर्ज लेने पर ब्याज बहुत अधिक देना पड़ता है।
KCC कार्ड से किसान:
- सस्ते ब्याज पर पैसे ले सकते हैं (केवल 4% ब्याज दर पर)
- सरकार की सब्सिडी और बीमा का लाभ उठा सकते हैं
- बिना किसी परेशानी के बैंक से सीधे पैसे उठा सकते हैं।
- हर साल अपनी जरूरत के हिसाब से लोन लिमिट बढ़वा सकते हैं।
केसीसी के लिए कौन किसान आवेदन कर सकता है:
किसान क्रेडिट कार्ड के लिए सभी लोग अप्लाई नहीं कर सकते है, आइए जानते है पात्रता –
- ऐसा किसान जिसके पास स्वयं का या लीज पर खेती करने योग्य जमीन हो।
- बटाईदार और महिला किसान भी इसका लाभ उठा सकती हैं।
- ऐसे किसान जो डेयरी, पोल्ट्री, मछली पालन या बागवानी करते हैं।
- स्वयं सहायता समूह (SHG) और खेती से जुड़े संयुक्त समूह भी इसका लाभ ले सकते हैं।
केसीसी से होने वाले फायदे:
- सबसे कम ब्याज दर पर लोन: ₹3 लाख तक के लोन पर 7% प्रति वर्ष ब्याज दर, और अगर आप इस लोन को समय सीमा के भीतर जमा कर देते हैं तो आपको 3% की अतिरिक्त छूट दी जाती है, इस तरह ये लोन आपको 4% प्रति वर्ष पर मिलती है।
- एटीम की तरह काम करता है: आप कभी भी बैंक से या एटीम से पैसे निकाल सकते हैं।
- 5 साल तक वैधता: केसीसी की वैधता 5 वर्ष तक होती है जिसे हर साल रिनुअल कराना पड़ता है।
- बीमा लाभ: कुछ बैंक मुफ्त फसल बीमा और दुर्घटना बीमा भी देते हैं।
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नए किसान केसीसी के लिए कैसे आवेदन कर सकते हैं:
किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने के दो तरीके हैं –
पहला ऑफलाइन (बैंक शाखा) और दूसरा ऑनलाइन (बैंक या सरकारी वेबसाइट)
ऑफलाइन (बैंक शाखा से)
- अपने नजदीकी बैंक शाखा (SBI, PNB, BOI, Central Bank, ग्रामीण बैंक, या सहकारी बैंक) पर जाएं।
- बैंक से केसीसी एप्लिकेशन फॉर्म लें और से ध्यान से भरें।
- अब फॉर्म के साथ खतौनी, आधार कार्ड, दो फोटो ।
- बैंक में फॉर्म जमा कर दें।
- अब बैंक कर्मचारी आपके दिए प्रमाणों की जांच करेगा और सब कुछ सही पाए जाने पर आपके लोन को अपूर्व कर देगा।
- आपको कुछ दिनों में आपको कार्ड दे दिया जाएगा जिसका उपयोग आप अपने जरूरत के मुताबित कर सकेंगे।
ऑनलाइन:
- अपने राज्य के आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं या बैंक (SBI, PNB) के आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- “Aaply Kisan Credit Card (KCC)” वाले ऑप्शन पर क्लिक करें।
- अब ऑनलाइन फॉर्म को भरें और जरूरी दस्तावेज़ अपलोड करें।
- फॉर्म सबमिट करने के बाद आपको रेफरेंस नंबर मिलेगा उसे अपने पास रखें, इससे आप अपने केसीसी आवेदन को ट्रैक कर सकते हैं।
- केसीसी अप्रूव होने पर आपको SMS के माध्यम से सूचित किया जाएगा।
- अब आप बैंक जाकर अपना केसीसी कार्ड ले सकते हैं
केसीसी के लिए आवश्यक दस्तावेज़:
- आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड या अन्य वैध प्रमाण पत्र
- पैन कार्ड
- एड्रेस प्रूफ (आधार कार्ड, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस या निवास)
- खसरा खतौनी, रजिस्ट्री या लीज एग्रीमेंट
- पासपोर्ट साइज फोटो
- फसल का विवरण (एफिडेविट)
केसीसी पर ब्याज दर और सब्सिडी:
- ₹3 लाख तक के लोन पर 7% ब्याज प्रति वर्ष
- यदि लोन समय सीमा के भीतर जमा कर दिया जाए तो ब्याज में 3% की सब्सिडी दी जाती है, जिससे आपको सिर्फ 4% ब्याज देना पड़ता है।
- ₹3 लाख से अधिक लोन पर सामान्य बैंक ब्याज दर लगता है।
- प्रत्येक वर्ष आपका क्रेडिट लिमिट 10% से बढ़ा दिया जाता है यदि आप समय पर लोन चुका देते हैं।
KCC से जुड़े खास बातें:
- सरकार यह सुविधा केवल खेती और उससे जुड़े खर्चों के लिए है।
- समय पर किस्त भरना जरूरी है नहीं तो ब्याज बढ़ सकता है।
- खेती का क्षेत्र बढ़ने पर आप लोन की लिमिट बढ़ाने के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- केसीसी कार्ड धारक को अक्सर बीमा (फसल और व्यक्तिगत दुर्घटना ) का लाभ मिलता है।
FAQs:
उत्तर: जमीन का मालिक, पट्टेदार किसान, बटाईदार किसान, मछली पालन, डेयरी उद्योग और स्वयं सहायता समूह केसीसी के लिए पात्र हैं।
प्रश्न: केसीसी कार्ड मिलने में कितना समय लगता है?
उत्तर: आमतौर पर केसीसी कार्ड आवेदन करने के 15 से 30 दिनों के भीतर मिल जाता है।
लेनिक अगर आप सरकार द्वारा चलाए जा रहे अभियान (केसीसी लोन ड्राइव) के समय आवेदन करते हैं तो और भी जल्दी कार्ड मिल जाता है।
प्रश्न: केसीसी से 3 लाख से ऊपर कैसे लेना मिलता है?
उत्तर: केसीसी से 3 लाख से ऊपर के लोन लेने के लिए आपको कोलेटरल या गारंटी देना होता है।
प्रश्न: 2 एकड़ जमीन पर केसीसी से कितना लोन मिल सकता है?
उत्तर: 2 एकड़ जमीन पर 2 लाख तक का लोन बिना गारंटी के मिल सकता है, यह बैंक पर निर्भर करता है।
प्रश्न: केसीसी की लिमिट कैसे बढ़ाई जा सकती है?
उत्तर: यदि आप समय पर लोन का भुगतान करते है तो हर साल यह 10% की दर से यह लिमिट बढ़ाई जा सकती है।
किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) आज हर किसान के लिए एक आवश्यक सुविधा है। इससे किसान न सिर्फ कम ब्याज दर पर पैसा निकाल सकते हैं बल्कि बीमा, सब्सिडी और क्रेडिट लिमिट बढ़ाने का फायदा भी उठा सकते हैं।
कभी कभी सरकार किसानों के कर्ज को माफ भी कर देती है।अगर आप किसान हैं और अभी तक केसीसी नहीं बनवाया है तो आज ही अपने नजदीकी बैंक से संपर्क करें। और इस सुविधा का लाभ उठाएं।